इन दिनों बेंगलुरू के एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या सुर्खियों में बनी हुई है। पत्नी के उत्पीड़न से परेशान होकर अतुल ने सुसाइड कर लिया। अतुल का एक चार का बेटा भी है जिससे उसे मिलने नहीं दिया जा रहा था। अतुल ने अपने सुसाइड नोट में अपने बेटे के लिए भी एक खत छोड़ा है और उसे खूब प्यार दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अतुल की पत्नी उनसे मोटी रकम की मांग कर रही थी और अपने बेटे से भी मिलने नहीं दे रही थी। ऐसे में समझना जरूरी है कि पेरेंट्स के बीच इस तरह की खींचातानी का बच्चों पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। अगर बच्चा थोड़ा समझदार हो, तो वो टूट भी सकता है और इसका घाव जिंदगीभर तक उसके मन में रहता है।
अतुल ने क्या इल्जाम लगाए थे?
अतुल और निकिता की शादी 2019 में हुई थी. लेकिन शादी के सालभर बाद से ही दोनों अलग-अलग रह रहे थे. अतुल ने सुसाइड नोट में आरोप लगाया है कि उनकी पत्नी निकिता ने शुरुआत में सेटलमेंट के लिए 1 करोड़ रुपये मांगे थे. बाद में इसे बढ़ाकर 3 करोड़ रुपये कर दिया
अतुल ने ये भी कहा कि उनकी पत्नी ने नाबालिग बेटे की ओर से केस दायर किया था और हर महीने 2 लाख रुपये का गुजारा भत्ता देने की मांग की थी.
24 पन्नों के सुसाइड नोट में अतुल ने बताया कि निकिता और उसके परिवार वालों ने उनपर घरेलू हिंसा, हत्या, दहेज प्रताड़ना समेत 9 केस दर्ज करवा दिए थे. अतुल ने ये भी बताया कि शादी के बाद से ही निकिता और उसके परिवार वाले किसी न किसी बहाने से उनसे पैसे मांगते थे.
पत्नी और ससुराल वालों की गिरफ्तारी क्यों?
अतुल के वीडियो और सुसाइड नोट के आधार पर बेंगलुरु पुलिस ने निकिता और उसके परिवार वालों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और 3(5) के तहत केस दर्ज किया था.
अतुल का मामला सामने आने के बाद ही निकिता और उसके परिवार वाले घर छोड़कर भाग गए थे. रविवार को भी जौनपुर में इनके घर पर ताला लगा था.
बेंगलुरु पुलिस ने निकिता के घर के बाहर कई नोटिस भी लगा दिए थे. पुलिस ने शुक्रवार को निकिता को समन जारी कर तीन दिन के भीतर पेश होने का नोटिस दिया था. इसके बाद निकिता, उसकी मां, भाई और चाचा ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी भी दाखिल की थी.
80 हजार रुपये मेंटेनेंस की डिमांड
वीडियो में अतुल ने कहा- मुझसे पहले 1 करोड़ रुपये की डिमांड की गई. फिर 40 हजार प्रति माह बेटे को मेंटेनेंस देने की डिमांड की. मैं बेटे की मेंटेनेंस देता था. लेकिन बाद में यह रकम बढ़ाकर 80 हजार रुपये कर दी गई. इतनी तो मेरी खुद की सैलरी नहीं है. मैं कहां से इतना पैसा लाऊंगा. इतने से भी उनका जी नहीं भरा तो मुझसे 3 करोड़ रुपये मांगे जाने लगे. मैंने जब कोर्ट में कहा कि इतने रुपये देने वाला तो खुदकुशी कर लेगा. इस पर मेरी बीवी ने कहा कि तुम भी सुसाइड कर लोग. जज साहिबा ने इस पर पत्नी को कुछ नहीं कहा. बल्कि वो हंसने लगीं. उल्टा मुझे कहने लगीं कि तुम मुझे 5 लाख रुपये दे दो. मैं केस सैटल कर दूंगी. मुझे जज साहिबा रीता कौशिक ने भी पैसों के लिए खूब टॉर्चर किया.
14 दिसंबर को गिरफ्तारी
इसके बाद अतुल ने सुसाइड कर लिया. अतुल के भाई विकास मोदी की तहरीर पर 10 दिसंबर को बेंगलुरु पुलिस ने निकिता सिंघानिया, निशा, अनुराग और सुशील के खिलाफ केस दर्ज किया. केस दर्ज करने के चार दिन बाद 14 पुलिस को कामयाबी मिली. निकिता को गुरुग्राम से अरेस्ट किया गया. अतुल की सास निशा और साले अनुराग को प्रयागराज से अरेस्ट किया गया. तीनों को प्रयागराज कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में लिया गया है.